समाचार पत्र बिजनेस रिकॉर्डर ने अख्तर के हवाले से कहा कि अंतरराष्ट्रीय जिंस कीमतों में वृद्धि और नकदी की सख्त स्थिति जैसे आर्थिक झटकों के कारण अर्थव्यवस्था कमजोर हुई.
अगस्त में पाकिस्तान की महंगाई दर निर्धारित लक्ष्य 27.4 प्रतिशत से ऊपर दर्ज की गई
क्या अब टूट जाएगी रूस की आर्थिक ताकत? कब तक बढ़ती रहेंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें? क्यों तप रहा है स्टील का बाजार? निर्यात को कैसे लगे पंख?